डीएसटी और भारतीय नौसेना क्वांटम प्रौद्योगिकी का उपयोग करके सुरक्षित समुद्री संचार विकसित करने के लिए सहयोग करते हैं।

विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग (DST) ने 12 अप्रैल 2023 को क्वांटम प्रौद्योगिकी का उपयोग करके सुरक्षित समुद्री संचार विकसित करने के लिए भारतीय नौसेना के साथ पांच साल के समझौता ज्ञापन (MoU) पर हस्ताक्षर किए हैं।

विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्रालय के तहत रमन अनुसंधान संस्थान क्वांटम सूचना और कंप्यूटिंग (QuIC) प्रयोगशाला क्वांटम कुंजी वितरण तकनीकों को विकसित करने की दिशा में अनुसंधान प्रयासों का नेतृत्व करेगी। क्विक लैब भारत की पहली प्रयोगशाला है जो बैंकिंग, रक्षा और साइबर सुरक्षा जैसे रणनीतिक क्षेत्रों में सुरक्षित संचार के लिए एकल और उलझे हुए फोटॉनों का उपयोग करके अनुप्रयोगों की एक विस्तृत श्रृंखला का प्रस्ताव और कार्यान्वयन करती है। सहयोग भारतीय नौसेना के लिए संभावित समुद्री उपयोग-मामलों की पहचान की दिशा में अत्याधुनिक अनुसंधान को बढ़ावा देने में मदद करेगा।

Qns : सुरक्षित समुद्री संचार विकसित करने के लिए DST के सहयोग से भारतीय नौसेना द्वारा किस तकनीक का उपयोग किया जाएगा?

a. कृत्रिम होशियारी
b. ब्लॉकचेन
c. क्वांटम प्रौद्योगिकी
d. 5जी

Ans : c. क्वांटम प्रौद्योगिकी

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