न्यूस्पेस इंडिया लिमिटेड (एनएसआईएल) की प्रमुख उपलब्धियां और भविष्य के मिशन
6 फरवरी, 2025 को अंतरिक्ष राज्य मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने राज्यसभा में कहा कि अंतरिक्ष क्षेत्र में सुधारों ने अंतरिक्ष में भारत की व्यावसायिक क्षमता को खोल दिया है। इसरो की वाणिज्यिक शाखा न्यूस्पेस इंडिया लिमिटेड (NSIL) ने अंतरिक्ष से संबंधित गतिविधियों में उद्योग की भागीदारी को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
NSIL की प्रमुख उपलब्धियाँ:
- DTH सेवाओं के लिए जून 2022 में GSAT-N1 (GSAT-24) को सफलतापूर्वक लॉन्च किया।
- ब्रॉडबैंड सेवाओं (वर्तमान में इन-ऑर्बिट परीक्षण) के लिए नवंबर 2024 में GSAT-N2 (GSAT-20) को लॉन्च किया।
- PSLV, LVM3 और SSLV का उपयोग करके 124 अंतर्राष्ट्रीय और 3 भारतीय ग्राहक उपग्रहों को सफलतापूर्वक लॉन्च किया।
- DTH, ब्रॉडबैंड और टीवी के लिए सेवाएँ प्रदान करने वाले 15 इन-ऑर्बिट संचार उपग्रहों का संचालन करता है।
- मई 2023 से वैश्विक स्तर पर पृथ्वी अवलोकन उपग्रह डेटा का प्रसार।
- भारतीय और अंतर्राष्ट्रीय ग्राहकों के लिए 11 लॉन्च वाहन ट्रैकिंग सहायता और 9 प्रारंभिक कक्षा चरण (LEOP) और TTC सहायता प्रदान की।
- भारतीय उद्योगों को ISRO द्वारा विकसित तकनीकों को हस्तांतरित करने के लिए 75 प्रौद्योगिकी हस्तांतरण समझौतों पर हस्ताक्षर किए।
- NSIL एक लाभ कमाने वाली कंपनी है, जिसका राजस्व 2019 में अपनी स्थापना के बाद से बढ़ रहा है।
आगामी मिशन:
- GSAT-N3 (Q1 2026): भारत की S-बैंड संचार आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए।
- पहला पूरी तरह से उद्योग-निर्मित PSLV (Q2 2025): HAL-L&T संघ द्वारा निर्मित।
डॉ. सिंह ने इस बात पर जोर दिया कि भारत का लक्ष्य उपग्रह और रॉकेट निर्माण, प्रक्षेपण सेवाओं और अंतरिक्ष-आधारित अनुप्रयोगों सहित अपने वाणिज्यिक अंतरिक्ष व्यवसाय का विस्तार करना है। जून 2020 से अंतरिक्ष क्षेत्र में सुधारों ने NSIL को मांग-संचालित मॉडल के तहत काम करने में सक्षम बनाया है, जिससे वैश्विक अंतरिक्ष बाजार में भारत की उपस्थिति मजबूत हुई है।