भारत के विदेश मंत्रालय (एमईए) ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी और मुख्य विपक्षी कांग्रेस पार्टी के बैंक खातों को फ्रीज करने के संबंध में अमेरिकी विदेश विभाग द्वारा की गई हालिया टिप्पणियों पर आपत्ति व्यक्त की।
- विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जयसवाल ने इस बात पर जोर दिया कि आधुनिक राज्यों को दूसरों की संप्रभुता और आंतरिक मामलों का सम्मान करना चाहिए, और भारत की चुनावी और कानूनी प्रक्रियाओं में बाहरी हस्तक्षेप की आलोचना की।
- विदेश मंत्रालय ने भारत की आपत्ति बताने के लिए अमेरिका के कार्यवाहक मिशन उपप्रमुख ग्लोरिया बर्बेना को बुलाकर आधिकारिक तौर पर विरोध जताया।
- अमेरिकी विदेश विभाग ने यह कहते हुए जवाब दिया कि वे केजरीवाल की गिरफ्तारी और कांग्रेस पार्टी के बैंक खातों को फ्रीज करने, निष्पक्ष, पारदर्शी और समय पर कानूनी प्रक्रियाओं की वकालत करने सहित भारत की कार्रवाइयों की निगरानी करना जारी रखेंगे।
- जर्मनी के विदेश कार्यालय ने भी न्यायिक स्वतंत्रता और लोकतांत्रिक सिद्धांतों के महत्व पर जोर देते हुए केजरीवाल की गिरफ्तारी पर टिप्पणी की।
- संयुक्त राष्ट्र महासचिव के प्रवक्ता स्टीफन डुजारिक ने नागरिक और राजनीतिक अधिकारों की सुरक्षा का आह्वान किया और भारत और अन्य जगहों पर स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव की आवश्यकता पर जोर दिया।
- विदेश मंत्रालय ने अभी तक संयुक्त राष्ट्र प्रवक्ता की टिप्पणियों का जवाब नहीं दिया है।
प्रश्न: अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी और कांग्रेस पार्टी के बैंक खातों को फ्रीज करने के संबंध में अमेरिकी विदेश विभाग की हालिया टिप्पणियों पर भारतीय विदेश मंत्रालय की क्या प्रतिक्रिया थी?
a) अमेरिकी रुख के लिए समर्थन व्यक्त किया
b) टिप्पणियों पर आपत्ति जताई और संप्रभुता के सम्मान पर जोर दिया
c) वे इस मामले पर तटस्थ रहे
d) अमेरिकी सरकार से तत्काल कार्रवाई की मांग की
उत्तर: b) टिप्पणियों पर आपत्ति जताई और संप्रभुता के सम्मान पर जोर दिया