प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 11 सितंबर को नई दिल्ली में सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस और प्रधानमंत्री प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान बिन अब्दुलअज़ीज़ अल-सऊद के साथ बातचीत की। नेताओं ने द्विपक्षीय संबंधों के विभिन्न पहलुओं और भारत-सऊदी अरब रणनीतिक साझेदारी को बढ़ाने के तरीकों पर चर्चा की।
- आर्थिक गलियारे से पूरे एशिया, पश्चिम एशिया और यूरोप में आर्थिक विकास और डिजिटल कनेक्टिविटी को बढ़ावा मिलने की उम्मीद है।
- दोनों नेताओं ने भारत-सऊदी अरब रणनीतिक साझेदारी परिषद (एसपीसी) की पहली बैठक की सह-अध्यक्षता की और बैठक के कार्यवृत्त पर हस्ताक्षर किए।
- क्राउन प्रिंस की यात्रा भारत की तीन दिवसीय राजकीय यात्रा का हिस्सा है, जिसके दौरान उन्होंने 18वें जी20 शिखर सम्मेलन में भाग लिया।
- भारत और सऊदी अरब के बीच मजबूत आर्थिक और सामाजिक-सांस्कृतिक संबंध हैं, भारत सऊदी अरब के लिए दूसरा सबसे बड़ा व्यापार भागीदार है और सऊदी अरब भारत के लिए चौथा सबसे बड़ा व्यापारिक भागीदार है।
- वित्तीय वर्ष 2022-23 के दौरान दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय व्यापार 52 बिलियन डॉलर से अधिक का था, और भारत में सऊदी का प्रत्यक्ष निवेश 3 बिलियन डॉलर से अधिक था।
- ऊर्जा सहयोग उनके संबंधों का एक महत्वपूर्ण पहलू है, जिसमें सऊदी अरब भारत की ऊर्जा सुरक्षा सुनिश्चित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। वित्तीय वर्ष 2022-23 के दौरान यह कच्चे तेल और पेट्रोलियम उत्पादों के लिए भारत का तीसरा सबसे बड़ा स्रोत बना रहा।
प्रश्न: प्रधानमंत्री मोदी और सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस के बीच चर्चा का मुख्य मुद्दा क्या था?
a) सांस्कृतिक आदान-प्रदान
b) यूरोप के साथ आर्थिक गलियारा
c) खेल साझेदारी
d) पर्यावरण सहयोग
उत्तर: b) यूरोप के साथ आर्थिक गलियारा