उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने 26 दिसंबर 2024 को नैनीताल जिले के हल्द्वानी से 38वें राष्ट्रीय खेलों की मशाल यात्रा का उद्घाटन किया।
मार्ग और अवधि: यह मशाल यात्रा 13 जिलों के 99 स्थानों से होते हुए 33 दिनों में 3,823 किलोमीटर की दूरी तय करेगी।
समाप्ति: यह रिले 25 जनवरी 2025 को देहरादून में समाप्त होगी, ठीक राष्ट्रीय खेलों के उद्घाटन से पहले, जो 28 जनवरी को होगा।
उद्देश्य: इस रैली का उद्देश्य राष्ट्रीय खेलों के बारे में जागरूकता बढ़ाना और जनता को खेल गतिविधियों में शामिल करना है।
महत्व: राष्ट्रीय खेलों की मेज़बानी को उत्तराखंड के लिए एक ऐतिहासिक अवसर माना जा रहा है, जिससे राज्य में खेल संस्कृति को बढ़ावा मिलेगा और राज्य के विकास में योगदान मिलेगा।
राष्ट्रीय खेलों के बारे में
इतिहास: राष्ट्रीय खेल भारत में आयोजित एक बहु-खेल आयोजन है, जो देश की एथलेटिक प्रतिभा को प्रदर्शित करता है।
आवृत्ति: यह आयोजन हर चार साल में होता है, जिसमें देशभर से खिलाड़ी विभिन्न खेलों में प्रतिस्पर्धा करने के लिए एकत्र होते हैं।
उद्देश्य: खेलों का उद्देश्य भारतीय खिलाड़ियों में खेल भावना, एकता और उत्कृष्टता को बढ़ावा देना है।
परंपरागत खेलों का समावेश: पहली बार, योग और मल्लखम्ब को राष्ट्रीय खेलों में प्रदर्शन खेल के रूप में शामिल किया जाएगा।
संवर्धन और बुनियादी ढांचा: खेलों के बुनियादी ढांचे में महत्वपूर्ण निवेश किए गए हैं, जिनमें नए खेल मैदान, उन्नत स्टेडियम और विभिन्न खेलों के लिए सुविधाएं शामिल हैं।