2015 में शुरू की गई भारतमाला परियोजना (परियोजना) भारत सरकार द्वारा माल और यात्री आवागमन की दक्षता बढ़ाने के उद्देश्य से एक बड़े पैमाने पर बुनियादी ढाँचा पहल है। यह परियोजना राजमार्गों का एक व्यापक नेटवर्क विकसित करने पर केंद्रित है, जिसका लक्ष्य 550 जिला मुख्यालयों को 4-लेन राजमार्गों से जोड़ना और 80% माल यातायात को राष्ट्रीय राजमार्गों पर ले जाना है।
प्रमुख घटकों में आर्थिक गलियारे, अंतर-गलियारे और फीडर मार्ग और ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे का विकास शामिल है। परियोजना सीमा और अंतर्राष्ट्रीय संपर्क सड़कों, तटीय और बंदरगाह संपर्क और राष्ट्रीय गलियारे की दक्षता में सुधार पर भी जोर देती है।
कार्यान्वयन में मल्टीमॉडल लॉजिस्टिक्स पार्कों का निर्माण, प्रौद्योगिकी और वैज्ञानिक नियोजन का उपयोग और चरणबद्ध दृष्टिकोण शामिल है, जिसका पहला चरण 2022 तक पूरा होने की उम्मीद है। परियोजना का उद्देश्य महत्वपूर्ण रोजगार के अवसर पैदा करना, क्षेत्रीय संपर्क में सुधार करना और मेक इन इंडिया और डिजिटल इंडिया जैसी पहलों के साथ आर्थिक विकास को बढ़ावा देना है।