भारत-ऑस्ट्रेलिया संयुक्त सैन्य अभ्यास, ऑस्ट्राहिंड का तीसरा संस्करण 8 नवंबर को पुणे में विदेशी प्रशिक्षण नोड में शुरू हुआ और 21 नवंबर तक जारी रहेगा। इस अभ्यास का उद्देश्य भारतीय और ऑस्ट्रेलियाई सशस्त्र बलों के बीच रक्षा सहयोग और अंतर-संचालन को मजबूत करना है। 2022 में राजस्थान में शुरू हुआ, ऑस्ट्राहिंड एक वार्षिक कार्यक्रम बन गया है, जो दोनों देशों के बीच बारी-बारी से आयोजित होता है।
इस वर्ष, संयुक्त राष्ट्र के आदेश के तहत अर्ध-शहरी और अर्ध-रेगिस्तानी वातावरण में उप-पारंपरिक संचालन के लिए संयुक्त क्षमताओं को बढ़ाने पर ध्यान केंद्रित किया गया है। अभ्यास में 140 भारतीय कर्मी, मुख्य रूप से डोगरा रेजिमेंट से, और 13वीं लाइट हॉर्स रेजिमेंट से 120 ऑस्ट्रेलियाई सैनिक शामिल हैं। यह दो चरणों में आयोजित किया जाएगा: युद्ध कंडीशनिंग/सामरिक प्रशिक्षण और एक सत्यापन चरण, जिसमें आतंकवाद विरोधी रणनीति, संयुक्त अभियान, खोज और विनाश मिशन और हेली-बोर्न ऑपरेशन शामिल होंगे।
भारत और ऑस्ट्रेलिया के रक्षा संबंधों में AUSINDEX (समुद्री) और PITCHBLACK (वायुसेना) जैसे अन्य अभ्यास और नियमित नीतिगत संवाद भी शामिल हैं। AUSTRAHIND की शुरुआत विदेश मंत्री एस जयशंकर की हाल की ऑस्ट्रेलिया यात्रा के बाद हुई है, जिससे उनके कूटनीतिक और रणनीतिक संबंध और मजबूत हुए हैं।