आदि महोत्सव 2025 भारत के स्वदेशी समुदायों की जीवंत और विविध संस्कृति का जश्न मनाने वाला एक वार्षिक आदिवासी उत्सव है। 16 से 25 फरवरी, 2025 तक नई दिल्ली के मेजर ध्यानचंद नेशनल स्टेडियम में आयोजित इस महोत्सव का उद्देश्य आदिवासी कला, शिल्प, व्यंजन और परंपराओं की समृद्ध विरासत को प्रदर्शित करना है। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू द्वारा उद्घाटन किए गए इस वर्ष के संस्करण में देश भर से 1,000 से अधिक आदिवासी कारीगर, कलाकार और उद्यमी शामिल हैं। यह महोत्सव उन्हें अपने अनूठे उत्पादों और प्रतिभाओं को प्रदर्शित करने के लिए एक मंच प्रदान करता है, जिसमें जटिल हस्तशिल्प और हथकरघा बुनाई से लेकर पारंपरिक संगीत और नृत्य प्रदर्शन शामिल हैं। आदि महोत्सव 2025 के मुख्य आकर्षण में शामिल हैं: कला और शिल्प स्टॉल: उत्तम आदिवासी आभूषण, मिट्टी के बर्तन, वस्त्र और पेंटिंग की विशेषता वाले ये स्टॉल आगंतुकों को कारीगरों से सीधे प्रामाणिक आदिवासी उत्पाद खरीदने का मौका देते हैं। सांस्कृतिक प्रदर्शन: आदिवासी नृत्य मंडलियाँ और संगीत समूह पारंपरिक लोक नृत्य और गीत प्रस्तुत करते हैं, जो भारत के आदिवासी क्षेत्रों की जीवंत लय और धुनों को जीवंत कर देते हैं।
लजीज व्यंजन: खाद्य स्टालों पर विभिन्न प्रकार के पारंपरिक आदिवासी व्यंजन परोसे जाते हैं, जो आगंतुकों को भारत के स्वदेशी समुदायों के विविध और स्वादिष्ट व्यंजनों का स्वाद प्रदान करते हैं।
कार्यशालाएँ और प्रदर्शन: आदिवासी कारीगरों द्वारा व्यावहारिक कार्यशालाएँ और लाइव प्रदर्शन आगंतुकों को पारंपरिक शिल्प तकनीकों और कला के पीछे की कहानियों के बारे में जानने का अवसर प्रदान करते हैं।