दक्षिण मध्य रेलवे (एससीआर) ने कंटेनर कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (कॉनकॉर) के सहयोग से 22 नवंबर, 2024 को आंध्र प्रदेश के ताड़ीपत्री से सीजन की पहली केला निर्यात ट्रेन शुरू की। यह पहल भारत के कृषि निर्यात क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है।
स्थानीय रूप से उगाए गए 980 मीट्रिक टन केले का भार लेकर यह ट्रेन मुंबई के जवाहरलाल नेहरू बंदरगाह की ओर जा रही है, जहाँ से इस खेप को अंतर्राष्ट्रीय बाजारों में निर्यात किया जाएगा। इस कदम से समय और ईंधन दोनों की बचत होने की उम्मीद है, क्योंकि सड़क मार्ग से इतनी बड़ी खेप को ले जाने के लिए लगभग 150 ट्रकों की आवश्यकता होगी।
केले को “हैप्पी केले” ब्रांड नाम से निर्यात किया जा रहा है, और इस पहल का उद्देश्य उत्पादकता, उत्पादन की गुणवत्ता, कटाई के बाद उपचार और पैकिंग को बढ़ाना है। अनंतपुर के पुतलूर क्षेत्र और कडप्पा जिले के पुलिवेंदुला के किसान कई अंतर्राष्ट्रीय बाजारों में ग्रीन कैवेंडिश केले का निर्यात कर रहे हैं।
यह विकास आंध्र प्रदेश से फलों के निर्यात को बढ़ावा देने के व्यापक प्रयास का हिस्सा है, जिसमें सरकार ने राज्य से 30,000 मीट्रिक टन फलों के निर्यात का लक्ष्य रखा है। छह प्रमुख कॉर्पोरेट कंपनियों के साथ सहयोग का उद्देश्य बाजार से जुड़ाव प्रदान करना और स्थानीय किसानों के लिए उच्च मूल्य सुनिश्चित करना है।