- भारत-थाईलैंड समन्वित गश्ती (इंडो-थाई कॉर्पेट) का 35वां संस्करण 3 से 10 मई 2023 तक आयोजित किया गया था।
- अंडमान सागर में अंतर्राष्ट्रीय समुद्री सीमा रेखा (आईएमबीएल) के साथ भारतीय नौसेना और रॉयल थाई नौसेना द्वारा गश्त का आयोजन किया गया था।
- गश्ती का उद्देश्य अवैध गैर-रिपोर्टेड अनरेगुलेटेड (IUU) मछली पकड़ने, मादक पदार्थों की तस्करी, चोरी और सशस्त्र डकैती जैसी गैरकानूनी गतिविधियों को रोकने और दबाने के द्वारा हिंद महासागर के इस महत्वपूर्ण हिस्से को अंतर्राष्ट्रीय व्यापार के लिए सुरक्षित रखना है।
- गश्त तस्करी, और अवैध आप्रवासन को रोकने और समुद्र में खोज और बचाव (एसएआर) संचालन के लिए उपाय करने की सुविधा प्रदान करता है।
- भारतीय नौसेना द्विपक्षीय और बहुपक्षीय अभ्यासों, समन्वित गश्ती, संयुक्त ईईजेड निगरानी, और मानवीय सहायता और आपदा राहत (एचएडीआर) संचालन के माध्यम से क्षेत्रीय समुद्री सुरक्षा को बढ़ाने की दिशा में हिंद महासागर क्षेत्र के देशों के साथ सक्रिय रूप से संलग्न रही है।
- गश्ती भारत सरकार के सागर (क्षेत्र में सभी के लिए सुरक्षा और विकास) के दृष्टिकोण का हिस्सा है।
प्रश्न : इंडो-थाई कॉर्पेट का 35वां संस्करण कहां आयोजित किया गया है?
(A) अंडमान सागर
(B) प्रशांत महासागर
(C) अरब सागर
(D) हिंद महासागर
उत्तर : (A) अंडमान सागर