स्मार्ट इंडिया हैकाथॉन 2024: तकनीकी नवाचार के लिए एक मंच

स्मार्ट इंडिया हैकाथॉन 2024: तकनीकी नवाचार के लिए एक मंच

स्मार्ट इंडिया हैकाथॉन 2024 सफलतापूर्वक संपन्न हुआ, जिसमें भारत भर से कई टीमें विभिन्न श्रेणियों में विजेता बनकर उभरीं। यह कार्यक्रम कई नोडल केंद्रों पर आयोजित किया गया, जिसमें राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान (एनआईटी) श्रीनगर, जी.एच. रईसनी कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग, नागपुर और आईआईटी जम्मू शामिल हैं।

मुख्य हाइलाइट्स:

  1. मुंबई में विजेता: टीम टेराबाइट (गिरिजानंद चौधरी विश्वविद्यालय गुवाहाटी), टीम शिलेदार (दत्ता मेघे कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग नवी मुंबई) और अन्य टीमों को ‘कन्वर्सेशनल इमेज रिकॉग्निशन चैटबॉट’, ‘महिला सुरक्षा विश्लेषण’ और ‘ट्रैफिक प्रबंधन के लिए एआई-आधारित समाधान’ जैसे समस्या कथनों में उनके समाधानों के लिए सम्मानित किया गया।
  2. भागीदारी: मुंबई में वेलिंगकर इंस्टीट्यूट में 204 छात्रों वाली कुल 34 टीमों ने भाग लिया, जो गृह मंत्रालय और विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग सहित विभिन्न मंत्रालयों द्वारा प्रदान किए गए समस्या कथनों पर काम कर रही थीं।
  3. एनआईटी श्रीनगर: पहली बार ग्रैंड फिनाले की मेजबानी की, जिसमें देश भर के 51 नोडल केंद्रों से छह टीमें शीर्ष प्रदर्शन करने वाली उभरीं।
  4. कृषि में पुरस्कार: कृषि समस्या कथनों के लिए पुरस्कार वेलिंगकर इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट, नोएडा इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी और आईआईटी-हैदराबाद में यशवंत राव चव्हाण इंजीनियरिंग जैसे संस्थानों ने जीते।
  5. अन्य विजेता: एनआईटी सिलचर और आईआईआईटी नागपुर ने हैदराबाद में वर्धमान कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग में क्रमशः तेल रिसाव और समुद्र तट मनोरंजन उपयुक्तता पर अपने समाधान के लिए पुरस्कार जीते। दत्ता मेघे कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग, आईआईआईटी और मैनेजमेंट इंस्टीट्यूट ग्वालियर और अन्य को भी पृथ्वी विज्ञान समस्या कथनों के लिए प्रशंसा मिली।
  6. आईआईटी जम्मू: ग्रैंड फिनाले में 28 टीमों ने महत्वपूर्ण साइबर सुरक्षा चुनौतियों का सामना किया, जिसमें छह टीमों को ₹ 1 लाख का पुरस्कार मिला।
  7. उल्लेखनीय अतिथि: समापन समारोह में प्रोफेसर मनोज सिंह गौर, सतीश कौल, सुनीत कुमार और संदीप शर्मा जैसे गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।

निष्कर्ष: स्मार्ट इंडिया हैकाथॉन 2024 ने युवा दिमागों में नवाचार को बढ़ावा दिया, विभिन्न क्षेत्रों में वास्तविक दुनिया की चुनौतियों का समाधान किया। इस कार्यक्रम ने तकनीकी प्रगति को आगे बढ़ाने और तकनीकी रूप से उन्नत भविष्य के भारत के दृष्टिकोण के साथ तालमेल बिठाने में ऐसी पहलों के महत्व पर प्रकाश डाला।

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