चेन्नई में पहला मधुमेह बायोबैंक: भारत ने 17 दिसंबर, 2024 को चेन्नई में अपना पहला मधुमेह बायोबैंक स्थापित किया है।
सहयोग: बायोबैंक भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (ICMR) और मद्रास मधुमेह अनुसंधान फाउंडेशन (MDRF) के बीच एक संयुक्त प्रयास है।
उद्देश्य: बायोबैंक का उद्देश्य मधुमेह पर उन्नत वैज्ञानिक अनुसंधान का समर्थन करने के लिए जैविक नमूने एकत्र करना, संग्रहीत करना और साझा करना है।
शोध फोकस: यह विशेष रूप से भारतीय आबादी में मधुमेह के कारणों, विविधताओं और जटिलताओं पर शोध की सुविधा प्रदान करेगा।
महत्व: बायोबैंक से मधुमेह की बेहतर रोकथाम, निदान और प्रबंधन रणनीतियों में योगदान करने की उम्मीद है।
प्रश्न: भारत का पहला मधुमेह बायोबैंक कहाँ स्थापित किया गया था?
a) बेंगलुरु
b) मुंबई
c) चेन्नई
d) दिल्ली
उत्तर: c) चेन्नई
भारत ने 17 दिसंबर, 2024 को चेन्नई में अपना पहला मधुमेह बायोबैंक स्थापित किया है।