जापान ने 7 सितंबर, 2023 को चंद्र लैंडर “एसएलआईएम” लॉन्च किया। जापान का लक्ष्य चंद्रमा की सतह पर सॉफ्ट लैंडिंग करने वाला पांचवां देश बनना है। प्रक्षेपण में H-IIA रॉकेट का उपयोग किया गया।
- भारत ने हाल ही में एक ऐसे ही चंद्र मिशन में सफलता हासिल की थी।
- एसएलआईएम चंद्रमा के लिए एक लंबे रास्ते पर है, चार से पांच महीनों में लैंडिंग की उम्मीद है।
- चंद्रमा पर जाने से पहले अंतरिक्ष यान पृथ्वी की कक्षा में पहला महीना बिताएगा।
- लैंडिंग की तैयारी से पहले यह तीन से चार महीने तक कक्षीय गतिविधियां करेगा।
- लैंडिंग अगले वर्ष जनवरी और फरवरी के बीच होने की उम्मीद है।
- एसएलआईएम मित्सुबिशी इलेक्ट्रिक द्वारा विकसित एक हल्का और छोटा अंतरिक्ष यान है।
- मिशन का एक लक्ष्य सटीक लैंडिंग तकनीक का प्रदर्शन करना है।
- लैंडर लैंडिंग स्थान की पहचान करने और सतह की बाधाओं से बचने के लिए दृष्टि-आधारित नेविगेशन का उपयोग करेगा।
प्रश्नः चंद्रमा की सतह पर सॉफ्ट लैंडिंग कराने के उद्देश्य से किस देश ने 7 सितंबर, 2023 को चंद्र लैंडर “एसएलआईएम” लॉन्च किया?
a) चीन b) भारत c) जापान d) रूस
उत्तर: c) जापान