चंद्रयान-3 का प्रज्ञान रोवर 24 अगस्त 2023 को चंद्रमा की सतह पर उतर गया है। चंद्रमा रोवर प्रज्ञान ने लैंडर से नीचे उतरकर चंद्रमा पर सैर की है। यह भारतीय अंतरिक्ष कार्यक्रम में एक बड़ी छलांग का प्रतीक है। चंद्रमा की सतह पर घूमते हुए, रोवर के छह पहियों ने चंद्रमा की सतह पर भारतीय तिरंगे और इसरो के लोगो को अंकित किया है। अनादि काल से दुनिया को यह दिखा रहा है कि भारत चंद्र दक्षिणी ध्रुव के पास सबसे पहले उतरा।
भारतीय रोवर ने चंद्रमा की सतह पर तिरंगे और इसरो का लोगो अंकित किया
रोवर के छह पहियों ने चंद्र परिदृश्य पर एक अमिट छाप छोड़ी है, जिससे चंद्रमा की सतह पर भारतीय तिरंगे और इसरो लोगो दोनों को उकेरा गया है। यह अधिनियम एक शाश्वत वसीयतनामा के रूप में खड़ा है, जो आने वाली पीढ़ियों के लिए चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव के पास भारत की अग्रणी उपस्थिति की घोषणा करता है।
प्रश्न: चंद्रमा की सतह पर भारतीय तिरंगे और इसरो लोगो के अंकित होने का क्या महत्व है?
a) यह भविष्य की चंद्र कॉलोनी के लिए स्थल को चिह्नित करता है
b) यह चंद्र संसाधनों पर भारत के दावे का प्रतीक है
c) यह चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव के पास भारत की अग्रणी उपस्थिति को दर्शाता है
d) यह अन्य अंतरिक्ष एजेंसियों के साथ साझेदारी का प्रतिनिधित्व करता है
उत्तर: c) यह चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव के पास भारत की अग्रणी उपस्थिति को दर्शाता है