आईएमडी का अनुमान है कि दक्षिण पश्चिम मानसून 2023 में बारिश सामान्य रहेगी।

मानसून सीजन 2023 में जून से सितंबर (दक्षिण-पश्चिम मानसून) की वर्षा 5% की मॉडल त्रुटि के साथ लंबी अवधि के औसत (एलपीए) के 96% (सामान्य) होने का अनुमान है। 1971-2020 की अवधि के लिए भारत में मौसमी वर्षा के लिए LPA 87 सेमी है।

  • भूमध्यरेखीय प्रशांत पर ला नीना की स्थिति तटस्थ स्थिति में बदल गई है। नवीनतम मल्टी-मॉडल एन्सेम्बल (एमएमई) युग्मित पूर्वानुमान प्रणाली (एमएमसीएफएस) और अन्य जलवायु मॉडल पूर्वानुमान संकेत देते हैं कि अल नीनो की स्थिति मानसून के मौसम के दौरान विकसित होने की संभावना है।
  • तटीय हिंद महासागर डिपोल (IOD) स्थितियां वर्तमान में हिंद महासागर पर प्रचलित हैं, और नवीनतम जलवायु मॉडल पूर्वानुमानों से संकेत मिलता है कि सकारात्मक IOD स्थितियां दक्षिण-पश्चिम मानसून के मौसम के दौरान विकसित होने की संभावना है।
  • फरवरी और मार्च 2023 के दौरान उत्तरी गोलार्द्ध क्षेत्रों का हिम आच्छादन क्षेत्र सामान्य से कम था।
  • उत्तरी गोलार्ध और यूरेशिया पर सर्दियों और वसंत बर्फ के आवरण में ग्रीष्मकालीन मानसून वर्षा के साथ सामान्य विपरीत संबंध की प्रवृत्ति होती है।
  • आईएमडी मई 2023 के अंतिम सप्ताह में मानसून के मौसम की वर्षा के लिए एक अद्यतन पूर्वानुमान जारी करेगा।

Qns : 1971-2020 की अवधि के लिए भारत में मौसमी वर्षा के लिए दीर्घावधि औसत (LPA) क्या है?

a) 98 cm
b) 92 cm
c) 87 cm
d) 82 cm

Ans : c) 87 cm

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