वित्त मंत्री श्रीमती निर्मला सीतारमण ने 1 फरवरी 2024 को संसद में वित्त वर्ष 2024-25 के लिए अंतरिम बजट पेश किया। चूंकि यह एक अंतरिम बजट है, इसलिए यह आम चुनाव के बाद नियमित बजट पेश होने तक आवश्यक व्ययों पर ध्यान केंद्रित करता है। यहां कुछ प्रमुख बिंदु दिए गए हैं:
राजकोषीय समेकन:
- राजकोषीय घाटा लक्ष्य: सकल घरेलू उत्पाद का 5.1%, वित्त वर्ष 25-26 तक 4.5% तक पहुंचने का लक्ष्य।
- राजस्व प्राप्तियाँ: अनुमानित ₹30.03 लाख करोड़, जो आर्थिक विकास को दर्शाती है।
- कुल व्यय: ₹47.66 लाख करोड़ होने का अनुमान, 6.1% की वृद्धि।
पूंजीगत व्यय:
- बुनियादी ढांचे के विकास को प्राथमिकता देते हुए 11.1% बढ़ाकर ₹11.11 लाख करोड़ किया गया।
- सकल घरेलू उत्पाद का 3.4% और कुल व्यय का 23.31% दर्शाता है।
- 1.3 लाख करोड़ रुपये के कुल परिव्यय के साथ राज्यों के लिए 50-वर्षीय ब्याज-मुक्त ऋण योजना की निरंतरता।
समाज कल्याण:
- आशा कार्यकर्ताओं को कवर करने के लिए आयुष्मान भारत स्वास्थ्य बीमा योजना का विस्तार।
- मध्यम वर्ग, झुग्गीवासियों और ग्रामीण आबादी के लिए आवास योजनाओं की शुरूआत।
- 3 करोड़ महिलाओं तक “लखपति दीदी” कौशल विकास कार्यक्रम का दायरा बढ़ाया गया।
- 9-14 वर्ष की आयु की लड़कियों के लिए सर्वाइकल कैंसर का टीकाकरण।
अन्य प्रमुख पहल:
- 1 करोड़ परिवारों को मुफ्त सौर ऊर्जा मिलेगी।
- इलेक्ट्रिक वाहनों और ई-बसों को बढ़ावा देने पर ध्यान दें।
- इनकम टैक्स स्लैब या दरों में कोई बदलाव नहीं।
प्रश्न: वित्त वर्ष 2024-25 के लिए अंतरिम बजट में राजकोषीय घाटे का लक्ष्य क्या रखा गया है?
a) सकल घरेलू उत्पाद का 3.5%
b) सकल घरेलू उत्पाद का 4.5%
c) सकल घरेलू उत्पाद का 5.1%
d) सकल घरेलू उत्पाद का 6.0%
उत्तर : c) सकल घरेलू उत्पाद का 5.1%
प्रश्न: अंतरिम बजट 2024-2025 में आयकर स्लैब या दरों की क्या स्थिति है?
a) बढ़ी हुई दरें
b) घटी दरें
c) कोई बदलाव नहीं
d) समाप्त कर दिया
उत्तर : c) कोई बदलाव नहीं