उत्तर प्रदेश के अयोध्या में 22 जनवरी 2024 को मंदिर में भगवान राम की मूर्ति स्थापित की जाएगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने निमंत्रण स्वीकार कर लिया है और उद्घाटन में शामिल होंगे ।
- श्री राम जन्मभूमि ट्रस्ट ने 10,000 “विशेष मेहमानों” के साथ-साथ 136 सनातन परंपराओं के 25,000 से अधिक हिंदू धार्मिक नेताओं को अभिषेक समारोह के लिए आमंत्रित करने की योजना बनाई है।
- नवंबर 2019 में सुप्रीम कोर्ट के फैसले से राम मंदिर का निर्माण संभव हुआ और निर्माण की देखरेख के लिए श्री राम जन्म भूमि तीर्थ क्षेत्र की स्थापना की गई।
- ट्रस्ट की देखरेख में मंदिर का निर्माण लगातार आगे बढ़ रहा है और रामलला की मूर्ति को गर्भगृह में रखा जाएगा।
- मंदिर की आधारशिला 5 अगस्त, 2020 को पीएम मोदी ने रखी थी।
- भाजपा के वैचारिक संरक्षक आरएसएस के प्रमुख मोहन भागवत ने लोगों से इस अवसर पर देश भर के मंदिरों में समारोह आयोजित करने का आग्रह किया।
- उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों को मंदिर के उद्घाटन की तैयारी के लिए अयोध्या का सौंदर्यीकरण करने और आधुनिक सुविधाएं प्रदान करने का निर्देश दिया है।
प्रश्न: नवंबर 2019 में सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद राम मंदिर के निर्माण की देखरेख के लिए किस संगठन की स्थापना की गई थी?
A. आरएसएस (राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ)
B. श्री राम जन्म भूमि तीर्थ क्षेत्र
C. बीजेपी (भारतीय जनता पार्टी)
D. भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस
उत्तर : B. श्री राम जन्म भूमि तीर्थ क्षेत्र