भारत ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर स्वीकृत ओआईएमएल (इंटरनेशनल ऑर्गेनाइजेशन ऑफ लीगल मेट्रोलॉजी) प्रमाणपत्र जारी करने की क्षमता हासिल कर ली है और ऐसा करने वाला वह विश्व स्तर पर 13वां देश बन गया है।
- घरेलू निर्माता अब अपने वजन और माप उपकरणों का परीक्षण भारत के भीतर ही करा सकते हैं और उन्हें अंतरराष्ट्रीय स्तर पर विपणन कर सकते हैं।
- अंतरराष्ट्रीय स्तर पर स्वीकृत ओआईएमएल प्रमाणपत्र दुनिया भर में मान्यता प्राप्त है, जो निर्माताओं के लिए अतिरेक को कम करता है और संसाधनों की बचत करता है।
- यह प्रणाली वैश्विक स्तर पर माप में एकरूपता और विश्वास सुनिश्चित करती है और बार-बार प्रमाणीकरण की आवश्यकता को समाप्त करती है।
- भारतीय निर्माता और उनके एजेंट अपने माप उपकरणों के लिए भारतीय ओआईएमएल जारीकर्ता प्राधिकरण से ओआईएमएल प्रमाणपत्र प्राप्त कर सकते हैं, जो उपभोक्ता मामलों के विभाग के तहत कानूनी मेट्रोलॉजी प्रभाग है।
प्रश्न: भारत द्वारा अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर स्वीकृत ओआईएमएल प्रमाणपत्र जारी करने का क्या महत्व है?
A. यह अंतरराष्ट्रीय निर्माताओं को भारत में अपने उत्पाद बेचने की अनुमति देता है।
B. यह भारतीय निर्माताओं को विश्व स्तर पर अपने माप उपकरणों का विपणन करने में सक्षम बनाता है।
C. यह भारत में माप उपकरणों की आवश्यकता को कम करता है।
D. यह घरेलू माप इकाइयों का मानकीकरण करता है।
उत्तर: B. यह भारतीय निर्माताओं को विश्व स्तर पर अपने माप उपकरणों का विपणन करने में सक्षम बनाता है।