मुंबई स्थित मझगांव डॉक शिपबिल्डर्स लिमिटेड ने 10 जनवरी, 2025 को प्रोजेक्ट पी-75 की छठी स्कॉर्पीन पनडुब्बी, वाघशीर को भारतीय नौसेना को सौंप दिया। इस उन्नत पनडुब्बी में बेहतरीन स्टील्थ विशेषताएं हैं और यह पानी के अंदर या सतह पर टॉरपीडो और ट्यूब-लॉन्च की गई एंटी-शिप मिसाइलों सहित निर्देशित हथियारों से सटीक हमले करने की क्षमता रखती है। वाघशीर बहुमुखी है, जो एंटी-सरफेस वारफेयर, एंटी-सबमरीन वारफेयर, खुफिया जानकारी जुटाने और क्षेत्र निगरानी जैसे विभिन्न मिशनों को पूरा करने में सक्षम है।
इस पनडुब्बी में एक परिष्कृत एकीकृत प्लेटफ़ॉर्म प्रबंधन प्रणाली और लड़ाकू प्रबंधन प्रणाली के साथ उच्च स्तर का स्वचालन है, जो विविध उपकरणों, प्रणालियों और सेंसर को एकीकृत करता है। यह स्वदेशी रूप से विकसित एयर कंडीशनिंग और आंतरिक संचार और प्रसारण प्रणालियों के साथ अपने पूर्ववर्तियों से अलग है।
अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक संजीव सिंघल ने इस बात पर प्रकाश डाला कि छह पनडुब्बियों – कलवरी, खंडेरी, करंज, वेला, वागीर और वाघशीर – की डिलीवरी, पनडुब्बी निर्माण करने वाले देशों के विशिष्ट समूह में भारत की स्थिति की पुष्टि करती है।