भारत और मालदीव के बीच लंबे समय से संबंध रहे हैं, भारत 1965 में मालदीव की स्वतंत्रता को मान्यता देने वाले पहले देशों में से एक था। हाल के दिनों में, दोनों देशों के बीच संबंधों में कुछ विकास हुए हैं। यहां कुछ नवीनतम विकास हैं:
- दिसंबर 2023 में, मालदीव के तीन उपमंत्रियों ने प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी की लक्षद्वीप की दो दिवसीय यात्रा के बारे में अपमानजनक टिप्पणी की, इसे एक पर्यटक आकर्षण के केंद्र के रूप में प्रचारित किया। इससे भारत-मालदीव संबंधों में खटास आ गई। भारत सरकार ने इस मुद्दे को मालदीव के सामने उठाया, जिसके बाद मालदीव सरकार ने तीन मंत्रियों को निलंबित कर दिया।
- जनवरी 2024 में, मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू ने प्रथम महिला साजिदा मोहम्मद और वरिष्ठ सरकारी अधिकारियों के एक प्रतिनिधिमंडल के साथ आधिकारिक यात्रा पर चीन का दौरा किया। इस यात्रा ने भारत-मालदीव संबंधों में तनाव के बीच कूटनीतिक बदलाव को और गहरा कर दिया है।
प्रश्न: दिसंबर 2023 में भारत-मालदीव संबंधों में गिरावट का कारण क्या था?
a) व्यापार विवाद
b) पीएम मोदी की लक्षद्वीप यात्रा के बारे में अपमानजनक टिप्पणी
c) सैन्य संघर्ष
d) आर्थिक अनुमोदन
उत्तर : b) पीएम मोदी की लक्षद्वीप यात्रा के बारे में अपमानजनक टिप्पणी