- विदेश यात्रा करने वाले भारतीयों के लिए भुगतान विकल्पों का विस्तार करने के लिए, रिज़र्व बैंक ने भारत में बैंकों द्वारा एटीएम, पीओएस मशीनों और विदेशों में ऑनलाइन व्यापारियों के उपयोग के लिए रूपे प्रीपेड विदेशी मुद्रा कार्ड जारी करने की अनुमति देने का निर्णय लिया है।
- गैर-बैंक प्रीपेड भुगतान साधन जारीकर्ताओं को ई-रुपया वाउचर जारी करने की अनुमति देकर ई-रुपया वाउचर के दायरे और पहुंच का विस्तार करने का प्रस्ताव है। यह व्यक्तियों की ओर से ई-वाउचर जारी करने और प्रक्रिया को सरल बनाने में सक्षम होगा।
- आरबीआई ने जिम्मेदार नवाचार और विवेकपूर्ण जोखिम प्रबंधन को और बढ़ावा देने के लिए डिजिटल लेंडिंग में डिफॉल्ट लॉस गारंटी मैकेनिज्म पर दिशानिर्देश जारी करने का फैसला किया है।
- डिजिटल लेंडिंग के लिए रेगुलेटरी फ्रेमवर्क अगस्त और सितंबर 2022 में जारी किया गया था।
- दिशानिर्देश डिजिटल ऋण देने वाले पारिस्थितिकी तंत्र के व्यवस्थित विकास को और सुगम बनाएंगे और अर्थव्यवस्था में ऋण पैठ बढ़ाएंगे।
- मार्च 2026 तक प्राथमिक क्षेत्र ऋण (PSL) लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए UCBs के लिए समय सीमा को दो और वर्षों तक बढ़ाने का निर्णय लिया गया है क्योंकि कई UCB मार्च 2023 तक आवश्यक लक्ष्य पहले ही पूरा कर चुके हैं, जो 2023 तक लक्ष्यों को पूरा कर चुके हैं उन्हें दिया जाएगा।
प्रश्न: रुपे प्रीपेड फॉरेक्स कार्ड का उपयोग किस लिए किया जा सकता है?
(A) भारत के भीतर ऑनलाइन लेनदेन
(B) भारत में एटीएम से नकद निकासी
(C) विदेश में प्वाइंट ऑफ सेल (पीओएस) मशीनों पर भुगतान
(D) उपरोक्त सभी
उत्तर : (D) उपरोक्त सभी