बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री कर्पूरी ठाकुर को मरणोपरांत भारत रत्न से सम्मानित किया गया

बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री कर्पूरी ठाकुर को मरणोपरांत भारत रत्न से सम्मानित किया गया

बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री कर्पूरी ठाकुर को मरणोपरांत भारत के सर्वोच्च नागरिक सम्मान भारत रत्न से सम्मानित किया गया।

कर्पूरी ठाकुर कौन थे?

बिहार में एक गरीब नाई परिवार में जन्मे, ठाकुर साधारण शुरुआत से भारतीय राजनीति में एक महान व्यक्ति बन गए। उन्होंने अपने पूरे करियर में पिछड़े वर्गों, किसानों और वंचितों के हितों की वकालत की। बिहार के मुख्यमंत्री (1970-71, 1977-79) के रूप में, उन्होंने भूमि सुधार, शिक्षा और गरीबी उन्मूलन के लिए अभूतपूर्व पहल लागू की। उन्हें जमींदारी प्रथा को खत्म करने, लड़कियों के लिए मुफ्त शिक्षा शुरू करने और सकारात्मक कार्रवाई नीतियों के माध्यम से सामाजिक समानता को बढ़ावा देने के लिए प्रसिद्ध रूप से याद किया जाता है।

उन्हें भारत रत्न से सम्मानित क्यों किया गया?

वह पूरे भारत में लाखों वंचित लोगों के लिए आशा और प्रेरणा के प्रतीक थे। सामाजिक न्याय के प्रति उनकी अटूट प्रतिबद्धता, उत्पीड़न के खिलाफ उनकी अथक लड़ाई और पीड़ित जनता के प्रति उनकी सच्ची सहानुभूति ने उन्हें “जन नायक”, या “पीपुल्स लीडर” की स्नेहपूर्ण उपाधि दी।

प्रश्न: कर्पूरी ठाकुर भारत के किस राज्य से थे?

(a) पंजाब
(b) उत्तर प्रदेश
(c) मध्य प्रदेश
(d) बिहार

उत्तर: (d) बिहार

प्रश्न: कर्पूरी ठाकुर ने अपने मुख्यमंत्रित्व काल में कौन सी प्रमुख पहल लागू की थी?

(a) बैंकों का राष्ट्रीयकरण
(b) हरित क्रांति
(c) जमींदारी प्रथा का उन्मूलन
(d)पंचायती राज का परिचय

उत्तर: (c) जमींदारी प्रथा का उन्मूलन

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