प्रधान मंत्री किसान ऊर्जा सुरक्षा एवं उत्थान महाभियान (पीएम-कुसुम) योजना 31 मार्च 2026 तक बढ़ा दी गई है

प्रधान मंत्री किसान ऊर्जा सुरक्षा एवं उत्थान महाभियान (पीएम-कुसुम) योजना 31 मार्च 2026 तक बढ़ा दी गई है

नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा मंत्री, आर.के. सिंह ने 1 अगस्त 2023 को बताया कि प्रधान मंत्री किसान ऊर्जा सुरक्षा एवं उत्थान महाभियान (पीएम-कुसुम) योजना से लगभग 2.46 लाख किसानों को लाभ हुआ है।

  1. यह योजना विभिन्न लाभ प्रदान करती है, जिसमें सौर पंपों की स्थापना, मौजूदा ग्रिड से जुड़े कृषि पंपों का सौरीकरण और ग्रिड से जुड़े नवीकरणीय ऊर्जा संयंत्रों की स्थापना शामिल है।
  2. पीएम-कुसुम योजना को 31 मार्च 2026 तक बढ़ा दिया गया है।
  3. इस पहल का लक्ष्य 3.5 मिलियन से अधिक किसानों को उनके कृषि पंपों को सौर ऊर्जा से सुसज्जित करके और 10 गीगावॉट वितरित सौर परियोजनाओं की स्थापना की सुविधा प्रदान करके स्वच्छ ऊर्जा प्रदान करना है।
  4. पीएम-कुसुम योजना का मुख्य उद्देश्य किसानों को वित्तीय और जल सुरक्षा प्रदान करना है।
  5. किसानों को ट्यूबवेल और पंप सेट लगाने के लिए 60% सब्सिडी मिलेगी और कुल लागत का 30% सरकार से ऋण के रूप में भी मिलेगा।
  6. यह योजना किसानों को उनकी बंजर भूमि पर स्थापित सौर ऊर्जा परियोजनाओं के माध्यम से ग्रिड को अधिशेष बिजली बेचकर अतिरिक्त आय अर्जित करने का अवसर प्रदान करती है।
  7. यह योजना 08 मार्च 2019 को शुरू की गई थी।

प्रश्न: किसानों को स्वच्छ ऊर्जा समाधान प्रदान करने के उद्देश्य से भारत सरकार की एक पहल, पीएम-कुसुम का पूर्ण रूप क्या है?

a) प्रधानमंत्री खेती ऊर्जा सुरक्षा एवं उत्थान महाभियान
b) प्रधानमंत्री किसान ऊर्जा सुरक्षा एवं उपकरण महाभियान
c) प्रधानमंत्री खेती ऊर्जा सब्सिडी एवं उत्थान महाभियान
d) प्रधानमंत्री किसान ऊर्जा सुरक्षा एवं उत्थान महाभियान

उत्तर: d) पीएम-कुसुम: प्रधानमंत्री किसान ऊर्जा सुरक्षा एवं उत्थान महाभियान

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