3 सितंबर 2024 को, पश्चिम बंगाल विधान सभा ने 9 अगस्त को एक प्रशिक्षु डॉक्टर के दुखद बलात्कार और हत्या के जवाब में सर्वसम्मति से ‘अपराजिता महिला और बाल विधेयक (पश्चिम बंगाल आपराधिक कानून और संशोधन) 2024’ पारित किया। पश्चिम बंगाल के मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने राज्य में महिलाओं की गरिमा की रक्षा के लिए विधेयक के महत्व पर जोर दिया और राष्ट्रीय न्याय संहिता विधेयक पारित होने से पहले राज्यों के साथ परामर्श की कमी की आलोचना की।
विधेयक का पारित होना महिलाओं के खिलाफ सभी प्रकार के भेदभाव के उन्मूलन पर संयुक्त राष्ट्र के कन्वेंशन की 43वीं वर्षगांठ के साथ हुआ।
प्रश्न: पश्चिम बंगाल में ‘अपराजिता महिला एवं बाल विधेयक’ लाने का प्राथमिक कारण क्या था?
A) चिकित्सीय लापरवाही का मामला
B) एक प्रशिक्षु डॉक्टर का बलात्कार और हत्या
C) महिलाओं के लिए रोजगार के अवसरों की कमी
D) लिंग आधारित वेतन असमानता
उत्तर: B) एक प्रशिक्षु डॉक्टर का बलात्कार और हत्या
9 अगस्त को एक प्रशिक्षु डॉक्टर के दुखद बलात्कार और हत्या के जवाब में, 3 सितंबर 2024 को पश्चिम बंगाल विधानसभा ने सर्वसम्मति से ‘अपराजिता महिला और बाल विधेयक (पश्चिम बंगाल आपराधिक कानून और संशोधन) 2024’ पारित किया।