27 नवंबर 2024 को घोषित नेटवर्क रेडीनेस इंडेक्स 2024 (NRI 2024) में भारत 11 पायदान ऊपर चढ़ा है, जिससे वैश्विक स्तर पर 49वीं रैंक हासिल हुई है। पोर्टुलन्स इंस्टीट्यूट द्वारा प्रकाशित, यह इंडेक्स 54 चरों का उपयोग करके चार स्तंभों- प्रौद्योगिकी, लोग, शासन और प्रभाव- में 133 अर्थव्यवस्थाओं का मूल्यांकन करता है। भारत का स्कोर 2023 में 49.93 से बढ़कर 2024 में 53.63 हो गया।
भारत कई संकेतकों में वैश्विक स्तर पर अग्रणी है:
- पहला स्थान: AI वैज्ञानिक प्रकाशन, AI प्रतिभा एकाग्रता और ICT सेवा निर्यात।
- दूसरा स्थान: FTTH/इंटरनेट सदस्यता और मोबाइल ब्रॉडबैंड इंटरनेट ट्रैफ़िक का निर्माण।
- तीसरा स्थान: घरेलू बाज़ार का पैमाना।
- चौथा स्थान: दूरसंचार सेवाओं में वार्षिक निवेश।
मुख्य उपलब्धियों में शामिल हैं:
- पिछले दशक में टेलीडेंसिटी 75.2% से बढ़कर 84.69% हो गई।
- इंटरनेट उपभोक्ताओं की संख्या 25.1 करोड़ से बढ़कर 94.4 करोड़ हो गई है, जो मुख्य रूप से डिजिटल इंडिया पहल के कारण संभव हो पाया है।
- 2022 में 5G के लॉन्च के बाद वैश्विक मोबाइल ब्रॉडबैंड स्पीड रैंकिंग को 118वें स्थान से बढ़ाकर 15वें स्थान पर लाना।
भारत अब भारत 6G विजन के साथ अगली पीढ़ी की तकनीकों पर ध्यान केंद्रित कर रहा है, जिसका लक्ष्य दूरसंचार नवाचार में अपने नेतृत्व को मजबूत करना है।