तेलुगु भाषा दिवस, जिसे “तेलुगु भाषा दिनोत्सवम” के नाम से भी जाना जाता है, प्रतिवर्ष 29 अगस्त को मनाया जाता है।
इतिहास:
- तेलुगु भाषा दिवस मनाने की शुरुआत 1966 में हुई।
- हालाँकि, भाषा की मान्यता और उत्सव बहुत पहले से मौजूद था।
- गिदुगु वेंकट राममूर्ति और कंदुकुरी वीरेसलिंगम पंतुलु जैसी साहित्यिक हस्तियों ने 19वीं सदी के अंत और 20वीं सदी की शुरुआत में तेलुगु को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
- यह दिन तेलुगु कवि गिदुगु वेंकट राममूर्ति की जयंती के साथ मेल खाता है।
- आंध्र प्रदेश सरकार ने आधिकारिक तौर पर 29 अगस्त को तेलुगु भाषा दिवस के रूप में घोषित किया।
महत्व:
- तेलुगु भारत की सबसे पुरानी और सबसे जीवंत द्रविड़ भाषाओं में से एक है।
- यह आंध्र प्रदेश और तेलंगाना की आधिकारिक भाषा है।
- तेलुगु भाषा की जड़ें प्राचीन प्रतिलेखों और ग्रंथों से मिलती हैं, जिसका दस्तावेजी इतिहास दो सहस्राब्दियों से अधिक पुराना है।
- तेलुगु भाषा दिवस गिदुगु वेंकट राममूर्ति जैसे दिग्गजों का सम्मान करता है, जिन्होंने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भाषा को संरक्षित और प्रचारित किया।
- यह भारतीय साहित्य में महत्वपूर्ण योगदान देता है और तेलुगु भाषी समुदायों की सांस्कृतिक पहचान को संरक्षित करता है।
प्रश्न: किन भारतीय राज्यों की आधिकारिक भाषा तेलुगु है?
a) आंध्र प्रदेश और तेलंगाना
b) तमिलनाडु और कर्नाटक
c) केरल और महाराष्ट्र
d) ओडिशा और पश्चिम बंगाल
उत्तर: a) आंध्र प्रदेश और तेलंगाना
तेलुगु भाषा दिवस, जिसे “तेलुगु भाषा दिनोत्सवम” के नाम से भी जाना जाता है, प्रतिवर्ष 29 अगस्त को मनाया जाता है।