तमिलनाडु के इरोड जिले में श्री पोंकालिअम्मन मंदिर श्रद्धेय पोंकालिअम्मन उत्सव के दौरान 50,000 से अधिक भक्तों के उत्साह से जगमगा उठा। 3 अप्रैल 2024 (बुधवार) शाम को हजारों उपासकों ने अपने अटूट विश्वास के प्रतीक के रूप में अग्नि मशालें लेकर एक शानदार जुलूस में भाग लिया।
पोंकलीअम्मन महोत्सव के बारे में महत्वपूर्ण तथ्य
- मनाया जाता है: देवी पोंकलीअम्मन (पार्वती/मरियम्मन) के सम्मान में
- स्थान: मुख्यतः ग्रामीण तमिलनाडु में
- समय: तमिल महीना पंगुनी (मार्च-अप्रैल), 2-3 दिनों तक चलता है
- उद्देश्य: स्वास्थ्य, समृद्धि और सुरक्षा के लिए आशीर्वाद मांगना
- प्रमुख गतिविधियां:
- अग्नि मशालों के साथ जुलूस (भक्ति का प्रतीक)
- मूर्ति को पवित्र प्रसाद से स्नान कराना
- सांस्कृतिक कार्यक्रम, संगीत, नृत्य
- भोजन प्रसाद (पोंगल, फल, फूल)
- श्री पोंकालिअम्मन मंदिर महोत्सव (इरोड) की मुख्य विशेषताएं:
- 3 अप्रैल, 2024 को अग्नि मशाल जुलूस में 50,000 से अधिक भक्तों ने भाग लिया।
- भक्तों का मानना है कि त्योहार के दौरान जलते हुए गड्ढों पर चलने से आशीर्वाद मिलता है।
- यह मंदिर पौराणिक वेल परी से जुड़ा है, जो संरक्षक थे और अपनी उदारता के लिए जाने जाते थे।
प्रश्न: पोंकालिअम्मन त्योहार आम तौर पर किस तमिल महीने में मनाया जाता है?
a) मासी (फरवरी-मार्च)
b) पंगुनी (मार्च-अप्रैल)
c) वैकासी (मई-जून)
d) आदि (जुलाई-अगस्त)
उत्तर: b) पंगुनी (मार्च-अप्रैल)