कावेरी जल विवाद: अनसुलझा मुद्दा और जारी तनाव

कावेरी जल विवाद: अनसुलझा मुद्दा और जारी तनाव

कावेरी जल विवाद कावेरी नदी और उसकी सहायक नदियों के पानी के बंटवारे को लेकर तमिलनाडु, कर्नाटक, केरल और पुदुचेरी के बीच एक अंतर-राज्य जल विवाद है। यह विवाद 1892 में मद्रास प्रेसीडेंसी (ब्रिटिश राज के तहत) और मैसूर रियासत (अब कर्नाटक) के बीच शुरू हुआ जब उन्हें नदी के पानी का बंटवारा करना पड़ा। इस मुद्दे को हल करने के लिए विभिन्न समझौतों, न्यायाधिकरणों और अदालती आदेशों के बावजूद, इसमें शामिल सभी पक्षों के लिए कोई संतोषजनक समाधान नहीं निकला है।

इस विवाद के कारण तमिलनाडु और कर्नाटक में विरोध प्रदर्शन, हिंसा और राजनीतिक तनाव पैदा हो गया है। कर्नाटक के बांधों से कावेरी जल छोड़े जाने की तमिलनाडु की याचिका पर सुप्रीम कोर्ट ने 21 सितंबर को सुनवाई तय की है। कर्नाटक ने 12 सितंबर के बाद तमिलनाडु को और अधिक पानी उपलब्ध कराने में असमर्थता जताई है, जिसके कारण दोनों राज्यों में किसानों और कन्नड़ समर्थक संगठनों ने विरोध प्रदर्शन किया है।

प्रश्न: कावेरी जल विवाद में भारत के कौन से राज्य शामिल हैं?

a) तमिलनाडु और केरल
b) कर्नाटक और आंध्र प्रदेश
c) तमिलनाडु, कर्नाटक, केरल और पुडुचेरी
d) महाराष्ट्र और गुजरात

उत्तर: सी) तमिलनाडु, कर्नाटक, केरल और पुडुचेरी

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