भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) ने 17 फरवरी 2024 को श्रीहरिकोटा के सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र के दूसरे लॉन्च पैड से GSLV F14 लॉन्च किया।
- मौसम उपग्रह, इन्सैट 3डीएस, प्रक्षेपण के लगभग 20 मिनट बाद निर्धारित पथ पर प्रक्षेपित किया गया।
- क्रायोजेनिक चरण सहित सभी तीन चरणों में अपेक्षा के अनुरूप सामान्य प्रदर्शन हुआ।
- 51 मीटर लंबा रॉकेट इनसैट 3डीएस को ले गया और एक शानदार गर्जना के साथ उड़ान भरी, जिसे दर्शक दीर्घा में मौजूद हजारों दर्शकों और नियंत्रण केंद्र के वैज्ञानिकों ने देखा।
- इसरो के अध्यक्ष श्री सोमनाथ ने मिशन की सफलता की पुष्टि करते हुए कहा कि INSAT 3DS एक अगली पीढ़ी का उपग्रह है जिसमें तैनात सौर पैनल हैं।
- मिशन निदेशक, टॉमी जोसेफ ने जीएसएलवी के सफल प्रक्षेपण पर प्रकाश डाला और इन्सैट 3डीएस के लिए 50 किलोग्राम पेलोड वृद्धि का उल्लेख किया।
- INSAT 3DS को ब्रुनेई और पोर्ट ब्लेयर के नियंत्रण केंद्रों द्वारा ट्रैक किया जाता है।
प्रश्न: उपग्रह इन्सैट-3DS का उद्देश्य क्या है?
a) संचार
b) पृथ्वी अवलोकन
c) मौसम संबंधी अवलोकन
d) अंतरिक्ष अन्वेषण
उत्तर: c) मौसम संबंधी अवलोकन
प्रश्न: INSAT 3DS को लॉन्च करने के लिए किस रॉकेट का उपयोग किया गया था?
a) पीएसएलवी
b) जीएसएलवी एमके III
c) जीएसएलवी एमके II
d) जीएसएलवी-एफ14
उत्तर: d) जीएसएलवी-एफ14