पैराग्वे पूर्ण सदस्य के रूप में अंतर्राष्ट्रीय सौर गठबंधन (आईएसए) में शामिल होने वाला 100वां देश बन गया है। पराग्वे ने 26 जून 2024 को नई दिल्ली में आईएसए को अपना अनुसमर्थन दस्तावेज सौंप दिया।
समारोह में भारत में पराग्वे के राजदूत फ्लेमिंग राउल डुआर्टे और भारत के विदेश मंत्रालय में आर्थिक कूटनीति और राज्य प्रभाग के संयुक्त सचिव अभिषेक सिंह शामिल थे।
अंतर्राष्ट्रीय सौर गठबंधन (आईएसए) क्या है?
ISA की स्थापना भारत और फ्रांस द्वारा पेरिस में 2015 संयुक्त राष्ट्र जलवायु परिवर्तन सम्मेलन (COP21) के दौरान की गई थी। आईएसए का लक्ष्य दुनिया भर में सौर ऊर्जा की तैनाती को बढ़ावा देना, ऊर्जा पहुंच बढ़ाना, ऊर्जा सुरक्षा सुनिश्चित करना और टिकाऊ ऊर्जा स्रोतों में परिवर्तन को बढ़ावा देना है। आईएसए का प्राथमिक लक्ष्य सौर ऊर्जा प्रौद्योगिकियों की तीव्र और बड़े पैमाने पर तैनाती के माध्यम से पेरिस जलवायु समझौते के कार्यान्वयन में योगदान देना है।
आईएसए फ्रेमवर्क समझौते पर 119 हस्ताक्षरकर्ता देश हैं, जिनमें से 100 ने पूर्ण सदस्य बनने के लिए अनुसमर्थन प्रक्रिया पूरी कर ली है। मई 2024 में स्पेन 99वें पूर्ण सदस्य के रूप में शामिल हुआ।
प्रश्नः जून 2024 में कौन सा देश अंतर्राष्ट्रीय सौर गठबंधन (आईएसए) का 100वां पूर्ण सदस्य बना?
a) स्पेन
b) पैराग्वे
c) भारत
d) फ्रांस
उत्तर: b) पैराग्वे
ISA की स्थापना पेरिस में 2015 संयुक्त राष्ट्र जलवायु परिवर्तन सम्मेलन (COP21) के दौरान भारत और फ्रांस द्वारा सह-स्थापित की गई थी। पराग्वे 26 जून 2024 को नई दिल्ली में पूर्ण सदस्य के रूप में अंतर्राष्ट्रीय सौर गठबंधन (आईएसए) में शामिल होने वाला 100वां देश बन गया है।