आतंकवाद से मुकाबले पर भारत-फ्रांस संयुक्त कार्य समूह की 16वीं बैठक 15 अप्रैल 2024 को नई दिल्ली में हुई।
- बैठक में आतंकवाद विरोधी चुनौतियों का आकलन करने पर ध्यान केंद्रित किया गया, जिसमें आतंकवादियों द्वारा नई प्रौद्योगिकियों का उपयोग, आतंकवाद के लिए इंटरनेट का दुरुपयोग, कट्टरपंथ और आतंक के वित्तपोषण शामिल हैं।
- चर्चा में भारत विरोधी अलगाववादी गतिविधियों, आतंक के वित्तपोषण, संगठित अपराध और नार्को-आतंकवादी नेटवर्क का मुकाबला करने पर भी चर्चा हुई।
- दोनों पक्षों ने अपने-अपने क्षेत्रों में आतंकवादी खतरों पर विचारों का आदान-प्रदान किया, जिसमें दक्षिण एशिया, अफ्रीका और मध्य पूर्व में राज्य प्रायोजित, सीमा पार आतंकवाद के साथ-साथ अफगानिस्तान-पाकिस्तान क्षेत्र में गतिविधियां भी शामिल हैं।
- संयुक्त सचिव के.डी. के नेतृत्व में भारतीय प्रतिनिधिमंडल देवल और राजदूत ओलिवियर कैरन के नेतृत्व में फ्रांसीसी प्रतिनिधिमंडल ने बैठक में भाग लिया।
- भारत ने ‘नो मनी फॉर टेरर’ (एनएमएफटी) और फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स (एफएटीएफ) पर अपने दृष्टिकोण प्रस्तुत किए, जिससे पदों का आदान-प्रदान हुआ।
- सूचना के आदान-प्रदान, क्षमता निर्माण, प्रशिक्षण कार्यक्रमों, अभ्यासों और बहुपक्षीय मंचों पर सहयोग के माध्यम से आतंकवाद विरोधी सहयोग को मजबूत करने पर जोर दिया गया।
प्रश्न: 15 अप्रैल 2024 को नई दिल्ली में आतंकवाद से मुकाबले पर भारत-फ्रांस संयुक्त कार्य समूह की 16वीं बैठक के दौरान मुख्य विषयों पर क्या चर्चा हुई?
a) आर्थिक सहयोग
b) जलवायु परिवर्तन
c) आतंकवाद से निपटने की चुनौतियाँ
d) अंतरिक्ष अन्वेषण
उत्तर: c) आतंकवाद से निपटने की चुनौतियाँ