- रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (DRDO) का 65वां स्थापना दिवस मनाया गया, जो हर साल 1 जनवरी को मनाया जाता है।
- इस अवसर को यादगार बनाने के लिए आयोजित कार्यक्रम के दौरान दो पुस्तकों का विमोचन भी किया गया, जिसमें रक्षा प्रौद्योगिकियों पर लेख और वैज्ञानिक एवं तकनीकी शब्दावली पर एक शब्दकोश, स्टोर मैनुअल और दिशानिर्देश (एसएमजी-2023), द्वैमासिक बुलेटिन इनसाइट तथा डीआरडीओ प्रौद्योगिकी दूरदर्शिता की तीसरी वर्षगांठ का अंक भी शामिल था।
- इस अवसर पर डीआरडीओ कैलेंडर 2023 भी जारी किया गया। इसके अलावा, डीडी आर एंड डी के सचिव तथा डीआरडीओ के अध्यक्ष ने डीआरडीओ में अपनी सेवा के 25 वर्ष पूरे करने वाले सभी कर्मचारियों को सम्मानित किया।
रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (DRDO) के बारे में :
यह भारत सरकार के रक्षा मंत्रालय के तहत एक प्रमुख रक्षा अनुसंधान और विकास एजेंसी है। यह कई अत्याधुनिक सैन्य प्रौद्योगिकी क्षेत्रों पर काम कर रहा है, जैसे कि वैमानिकी, आयुध, इलेक्ट्रॉनिक्स, लड़ाकू वाहन, इंजीनियरिंग सिस्टम, इंस्ट्रूमेंटेशन, मिसाइल, उन्नत कंप्यूटिंग और सिमुलेशन, विशेष सामग्री, नौसेना प्रणाली। डीआरडीओ का गठन 1958 में भारतीय सेना के तत्कालीन पहले से चल रहे तकनीकी विकास प्रतिष्ठान (TDEs) और रक्षा विज्ञान संगठन (DSO) के साथ तकनीकी विकास एवं उत्पादन निदेशालय (DTDP) के समामेलन से किया गया था।