- “निंगलू” संकर सूर्य ग्रहण 20 अप्रैल को होगा।
- ग्रहण पूर्ण ग्रहण और वलयाकार दोनों ग्रहण लाएगा, जिससे “आग का घेरा” प्रभाव पैदा होगा।
- सूर्य ग्रहण भारत से दिखाई नहीं देगा, लेकिन ऑस्ट्रेलिया के पश्चिमी तट से सबसे अच्छा देखा जा सकता है।
- ग्रहण का नाम ऑस्ट्रेलिया के निंगालू तट के नाम पर रखा गया है।
- ग्रहण एक “हाइब्रिड” ग्रहण है क्योंकि यह फिर से कुंडलाकार ग्रहण में वापस जाने से पहले एक कुंडलाकार ग्रहण से कुल ग्रहण तक जाएगा।
Qns : “निंगलू” संकर सूर्य ग्रहण क्या है?
a. आंशिक ग्रहण
b. कुल ग्रहण
c. कुल और कुंडलाकार दोनों ग्रहण
d. चंद्र ग्रहण
Ans : c. कुल और कुंडलाकार दोनों ग्रहण