11 दिसंबर, 2024 को भारत की राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मू ने नई दिल्ली के विज्ञान भवन में राष्ट्रीय पंचायत पुरस्कार 2024 प्रदान किए। इस कार्यक्रम में ग्रामीण भारत में सतत और समावेशी विकास में उनके उत्कृष्ट योगदान के लिए 45 असाधारण पंचायतों को सम्मानित किया गया।
पुरस्कारों ने गरीबी उन्मूलन, स्वास्थ्य, जल संरक्षण, स्वच्छता और जलवायु स्थिरता जैसे क्षेत्रों में इन पंचायतों के प्रयासों को मान्यता दी। राष्ट्रपति ने भारत को एक विकसित राष्ट्र बनाने में ग्राम विकास और सशक्तिकरण के महत्व पर जोर दिया। उन्होंने विजेताओं को बधाई दी और विश्वास व्यक्त किया कि यह मान्यता अन्य पंचायतों को समावेशी विकास के लिए सर्वोत्तम प्रथाओं को अपनाने के लिए प्रेरित करेगी।
संयुक्त राष्ट्र सतत विकास लक्ष्यों (एसडीजी) के साथ संरेखित करने के लिए 2022 में संशोधित राष्ट्रीय पंचायत पुरस्कारों ने जमीनी स्तर पर विकास को आगे बढ़ाने में पंचायती राज संस्थानों (पीआरआई) की भूमिका का जश्न मनाया। ये पुरस्कार विभिन्न श्रेणियों में प्रदान किए गए, जिनमें दीन दयाल उपाध्याय पंचायत सतत विकास पुरस्कार और नानाजी देशमुख सर्वोत्तम पंचायत सतत विकास पुरस्कार शामिल हैं।
इस कार्यक्रम में केंद्रीय पंचायती राज मंत्री श्री राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह और अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे। इस अवसर पर “पुरस्कार प्राप्त पंचायतों के कार्यों पर सर्वोत्तम अभ्यास” नामक पुस्तिका का भी अनावरण किया गया, जिसमें पुरस्कार विजेता पंचायतों द्वारा कार्यान्वित किए गए अभिनव अभ्यासों का विवरण दिया गया है।