मेघालय को पहली बार इलेक्ट्रिक ट्रेनें मिलीं।

मेघालय को पहली बार इलेक्ट्रिक ट्रेनें मिलीं।
  • भारतीय रेलवे वर्ष 2030 तक नेट जीरो कार्बन उत्सर्जक बनने के लिए पूरी ताकत के साथ प्रगति के पथ पर अग्रसर है।
  • पूर्ण विद्युतीकरण के प्रयास में, पूर्वोत्तर सीमांत रेलवे ने 15 मार्च, 2023 को दुधनाई-मेंदीपाथर (22.823 ट्रैक किलोमीटर) सिंगल लाइन सेक्शन और अभयपुरी-पंचरत्न (34.59 ट्रैक किलोमीटर) डबल लाइन सेक्शन शुरू करके एक और उपलब्धि हासिल की है।
  • इलेक्ट्रिक ट्रैक्शन की शुरुआत के साथ, इलेक्ट्रिक लोकोमोटिव द्वारा खींची जाने वाली ट्रेनें अब सीधे मेघालय के मेंदीपाथर से संचालित हो सकती हैं। इस महत्वपूर्ण सफलता से ट्रेनों की औसत गति भी बढ़ेगी।
  • अब इन खंडों के विद्युतीकरण के बाद अधिक यात्री और मालगाड़ियां अपने-अपने खंड-विशिष्ट पूर्ण गति से परिचालन कर सकेंगी। इससे खंड के रेल परिचालन में समयपालनता भी बढ़ेगी। दूसरे राज्यों से इलेक्ट्रिक लोकोमोटिव द्वारा खींची जाने वाली पार्सल और मालगाड़ियां सीधे मेघालय पहुंच सकेंगी।
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