- भारत और यूके (यूनाइटेड किंगडम) संयुक्त रूप से एक भारत-यूके “नेट जीरो” इनोवेशन वर्चुअल सेंटर बनाएंगे।
- इसकी घोषणा विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने यूनाइटेड किंगडम के मंत्री जॉर्ज फ्रीमैन की उपस्थिति में भारत-ब्रिटेन विज्ञान और नवाचार परिषद की बैठक में की।
- इंडिया-यूके “नेट ज़ीरो” इनोवेशन वर्चुअल सेंटर जो दोनों देशों के हितधारकों को एक साथ लाने के लिए एक मंच प्रदान करेगा, जिसमें विनिर्माण प्रक्रिया और परिवहन प्रणालियों के डीकार्बोनाइजेशन और नवीकरणीय स्रोत के रूप में ग्रीन हाइड्रोजन सहित कुछ फोकस क्षेत्रों में काम किया जाएगा।
- भारत सरकार ने कई प्रमुख पहलें शुरू की हैं जैसे अंतःविषय साइबर भौतिक प्रणालियों पर राष्ट्रीय मिशन (आईसीपीएस); क्वांटम कम्प्यूटिंग और संचार; सुपरकंप्यूटिंग, इलेक्ट्रिक मोबिलिटी, ग्रीन हाइड्रोजन आदि जैसी कई प्रमुख पहलें शुरू कीं, जो सहयोग के नए अवसर प्रदान करती हैं।
- भारत अपनी असाधारण तकनीक और नवाचार से संचालित एक आर्थिक महाशक्ति बनने की दिशा में तेजी से आगे बढ़ रहा है।
Qns : भारत-यूके “नेट जीरो” इनोवेशन वर्चुअल सेंटर का फोकस क्या है?
(A) आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और मशीन लर्निंग।
(B) उन्नत सामग्री विज्ञान।
(C) विनिर्माण प्रक्रिया और परिवहन प्रणालियों का डीकार्बोनाइजेशन।
(D) जैव प्रौद्योगिकी और आनुवंशिक इंजीनियरिंग।
Ans : (C) विनिर्माण प्रक्रिया और परिवहन प्रणालियों का डीकार्बोनाइजेशन।