नीति आयोग ने 4 जुलाई 2024 को ‘संपूर्णता अभियान’ शुरू किया, जिसमें देश भर के नागरिकों की महत्वपूर्ण भागीदारी देखी गई। लॉन्च कार्यक्रम सभी 112 आकांक्षी जिलों और 500 आकांक्षी ब्लॉकों में आयोजित किए गए थे। 4 जुलाई से 30 सितंबर 2024 तक चलने वाले इस व्यापक तीन महीने के अभियान का लक्ष्य सभी आकांक्षी जिलों और ब्लॉकों में 12 प्रमुख सामाजिक क्षेत्र संकेतकों की 100% संतृप्ति हासिल करना है।
‘संपूर्णता अभियान’ के फोकस क्षेत्र:
आकांक्षी ब्लॉक प्रमुख प्रदर्शन संकेतक (KPIs):
- प्रथम तिमाही के भीतर प्रसव पूर्व देखभाल (एएनसी) के लिए पंजीकृत गर्भवती महिलाओं का प्रतिशत;
- ब्लॉक में लक्षित जनसंख्या के मुकाबले मधुमेह के लिए जांचे गए व्यक्तियों का प्रतिशत;
- ब्लॉक में लक्षित आबादी के मुकाबले उच्च रक्तचाप के लिए जांच किए गए व्यक्तियों का प्रतिशत;
- आईसीडीएस कार्यक्रम के तहत नियमित रूप से पूरक पोषण लेने वाली गर्भवती महिलाओं का प्रतिशत;
- मिट्टी नमूना संग्रह लक्ष्य के विरुद्ध उत्पन्न मृदा स्वास्थ्य कार्डों का प्रतिशत; और
- ब्लॉक में कुल एसएचजी के मुकाबले रिवॉल्विंग फंड प्राप्त करने वाले एसएचजी का प्रतिशत
आकांक्षी जिले केपीआई:
- प्रथम तिमाही के भीतर प्रसव पूर्व देखभाल (एएनसी) के लिए पंजीकृत गर्भवती महिलाओं का प्रतिशत;
- आईसीडीएस कार्यक्रम के तहत नियमित रूप से पूरक पोषण लेने वाली गर्भवती महिलाओं का प्रतिशत;
- पूर्ण टीकाकरण वाले बच्चों का प्रतिशत (9-11 माह) (बीसीजी+डीपीटी3+ओपीवी3+खसरा 1);
- वितरित मृदा स्वास्थ्य कार्डों की संख्या;
- माध्यमिक स्तर पर कार्यात्मक बिजली वाले स्कूलों का प्रतिशत; और
- शैक्षणिक सत्र शुरू होने के 1 महीने के भीतर बच्चों को पाठ्यपुस्तकें उपलब्ध कराने वाले स्कूलों का प्रतिशत
प्रश्न: जुलाई 2024 में शुरू किए गए नीति आयोग के ‘संपूर्णता अभियान’ का प्राथमिक लक्ष्य क्या है?
a) सभी आकांक्षी जिलों में 100% साक्षरता हासिल करना
b) 12 प्रमुख सामाजिक क्षेत्र संकेतकों की 100% संतृप्ति प्राप्त करना
c) ग्रामीण समुदायों के बीच डिजिटल साक्षरता को बढ़ावा देना
d) कृषि उत्पादकता में सुधार करना
उत्तर: b) 12 प्रमुख सामाजिक क्षेत्र संकेतकों की 100% संतृप्ति प्राप्त करना
नीति आयोग ने 4 जुलाई 2024 को ‘संपूर्णता अभियान’ लॉन्च किया। 4 जुलाई से 30 सितंबर 2024 तक चलने वाले इस व्यापक तीन महीने के अभियान का लक्ष्य सभी आकांक्षी जिलों और ब्लॉकों में 12 प्रमुख सामाजिक क्षेत्र संकेतकों की 100% संतृप्ति हासिल करना है।