- भारत सरकार के केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री श्री नरेंद्र सिंह तोमर ने 15 मई, 2023 को तेलंगाना में हैदराबाद स्थित राष्ट्रीय वनस्पति स्वास्थ्य प्रबंधन संस्थान (एनआईपीएचएम) में एकीकृत जैविक नियंत्रण प्रयोगशाला का शुभारंभ किया।
- नई एकीकृत जैविक नियंत्रण प्रयोगशाला (बीसी लैब) एनआईपीएचएम में स्थापित एक अत्याधुनिक प्रयोगशाला है, जिसमें जैव कीटनाशकों और जैव नियंत्रण एजेंटों के लिए उत्पादन विधियों पर व्यावहारिक अनुभव प्रदान करने की सुविधा है।
- इनमें परभक्षी और परजीवी, कीटरोगजनक कवक, जैव उर्वरक, एनपीवी, फेरोमोन और वनस्पति शामिल हैं।
- जैव-नियंत्रण एजेंटों, जैव-कीटनाशकों और जैव-उर्वरकों के उपयोग से रासायनिक कीटनाशकों और उर्वरकों के उपयोग को कम करने में मदद मिलेगी, जिसके परिणामस्वरूप पर्यावरण और मानव स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव कम होंगे और मिट्टी और पौधों के स्वास्थ्य में सुधार करने में योगदान मिलेगा।
- बीसी लैब में एक कीट संग्रहालय, खरपतवार संग्रहालय, प्रदर्शनी हॉल, प्राकृतिक कृषि प्रकोष्ठ आदि भी होंगे, जहां कृषि की दृष्टि से महत्वपूर्ण कीड़ों और खरपतवारों के नमूनों को सर्वोत्तम संरक्षित या जीवित रूपों में प्रदर्शित किया जाएगा।
QNS : एकीकृत जैविक नियंत्रण प्रयोगशाला कहाँ स्थित है?
(A) नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ प्लांट हेल्थ मैनेजमेंट (एनआईपीएचएम), हैदराबाद
(B) भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान (आईएआरआई), नई दिल्ली
(C) केंद्रीय चावल अनुसंधान संस्थान (सीआरआरआई), कटक
(D) भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (आईसीएआर), पुणे
उत्तर: (A) नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ प्लांट हेल्थ मैनेजमेंट (एनआईपीएचएम), हैदराबाद