- अमेरिका ने औपचारिक रूप से मैकमोहन रेखा को भारत के अरुणाचल प्रदेश और चीन के बीच अंतर्राष्ट्रीय सीमा के रूप में मान्यता दी है तथा इस दावे को खारिज कर दिया है कि अरुणाचल प्रदेश चीनी क्षेत्र के भीतर स्थित है।
- इस आशय का द्विदलीय प्रस्ताव पहली बार फरवरी में अमेरिकी सीनेट में पेश किया गया था। 14 मार्च के इस प्रस्ताव में अरुणाचल प्रदेश को भारत का अभिन्न अंग माना गया था और भारत की संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता का भी समर्थन किया गया था।
- प्रस्ताव में मैकमोहन रेखा को मान्यता देने के अलावा क्षेत्र में चीन की भड़काऊ गतिविधियों की भी निंदा की गई।
- वहीं, चीन भी भूटान पर अपना दावा जता रहा है। जापान में अमेरिका के पूर्व राजदूत और सीनेटर बिल हैगर्टी ने कहा कि प्रस्ताव ने अरुणाचल प्रदेश को भारत के अभिन्न अंग के रूप में स्पष्ट रूप से मान्यता देने के लिए सीनेट के समर्थन को व्यक्त किया।
- दिसंबर 2022 में अरुणाचल के तवांग में भारतीय और चीनी सेना के बीच एक बड़ी झड़प के बाद दक्षिण एशिया में चीन की उत्तेजक गतिविधियों की पुष्टि और निंदा शीर्षक वाला प्रस्ताव आया।