सुभाष चंद्र बोस आपदा प्रबंधन पुरस्कार-2023

ओडिशा राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (OSDMA) और लुंगलेई फायर स्टेशन (LFS) मिजोरम को 23 जनवरी को नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती पर वर्ष 2023 के लिए आपदा प्रबंधन में उत्कृष्टता के लिए सुभाष चंद्र बोस आपदा प्रबंधन पुरस्कार-2023 के लिए चुना गया।

ओडिशा राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (ओएसडीएमए) :

ओडिशा राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (ओएसडीएमए) को ओडिशा में आई भारी चक्रवात त्रासदी के बाद 1999 में स्थापित किया गया था। ओएसडीएमए ने विभिन्न चक्रवातों, हुदहुद (2014), फानी (2019), अम्फान (2020) और ओडिशा बाढ़ (2020) के दौरान प्रभावी रूप से कार्य किया है। ओएसडीएमए ने समुद्र तट से 1.5 किलोमीटर के दायरे में स्थित 381 सुनामी संभावित गांवों/वार्डों और 879 बहुउद्देश्यीय चक्रवात/बाढ़ आश्रयों में सामुदायिक लचीलापन बनाने के लिए आपदा तैयारी संबंधी पहल आयोजित की थीं।

लुंगलेई फायर स्टेशन :

लुंगलेई फायर स्टेशन, मिजोरम ने जंगल में लगी प्रचंड आग को कुशलतापूर्वक और प्रभावी ढंग से नियंत्रित किया था। लुंगलेई शहर से घिरे इन निर्जन वन क्षेत्रों में आग लगने की सूचना 24 अप्रैल 2021 को प्राप्‍त हुई थी जो 10 से अधिक ग्राम परिषद क्षेत्रों में फैल गयी थी। लुंगलेई फायर स्टेशन पर तैनात कर्मियों ने स्थानीय नागरिकों की सहायता से 32 घंटे से अधिक समय तक लगातार काम किया, जिस दौरान उन्होंने नागरिकों को प्रेरित किया और उन्‍हें मौके पर ही आग बुझाने के बारे में प्रशिक्षण दिया।

  • प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत सरकार ने आपदा प्रबंधन के क्षेत्र में भारत में व्यक्तियों और संगठनों द्वारा दिए गए अमूल्य योगदान और निस्वार्थ सेवा को पहचानने और सम्मानित करने के लिए सुभाष चंद्र बोस आपदा प्रबंधन पुरस्कार की स्थापना की है।
  • यह एक वार्षिक पुरस्कार है।
  • इस पुरस्कार की घोषणा हर साल नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती (23 जनवरी) पर की जाती है।
  • इस पुरस्कार में संस्थागत श्रेणी में चयनित संस्था को 51 लाख रुपये नकद एवं एक प्रमाण पत्र तथा व्यक्तिगत श्रेणी में विजेता को 5 लाख रुपये नकद एवं एक प्रमाण पत्र दिया जाता है।
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