10 जनवरी, 2023 को वृंदा राठी, जननी नारायणन और गायत्री वेणुगोपालन ने रणजी ट्रॉफी में अंपायरिंग करने वाली पहली महिला अंपायर तिकड़ी बनकर इतिहास रच दिया।
वेणुगोपाल को जमशेदपुर में झारखंड और छत्तीसगढ़ के बीच दूसरे दौर के मैच, जबकि नारायणन और राठी सूरत में रेलवे बनाम त्रिपुरा खेल और पोरवोरिम में गोवा बनाम पांडिचेरी मैच में अंपायरिंग की ।
- राठी, मुंबई के मैदानों पर एक पूर्व स्कोरर, न्यूजीलैंड के अंतरराष्ट्रीय अंपायर कैथी क्रॉस से मिलने के बाद अंपायरिंग करने के लिए प्रेरित हुआ।
- जननी नारायणन, चेन्नई की एक पूर्व सॉफ्टवेयर इंजीनियर है l तमिलनाडु क्रिकेट एसोसिएशन द्वारा अंपायरिंग के लिए आवेदन आमंत्रित किए जाने पर उसने अपनी नौकरी छोड़ दी।
- दिल्ली के 43 वर्षीय वेणुगोपालन का मूल रूप से एक पेशेवर क्रिकेटर बनने का लक्ष्य था, लेकिन कंधे की चोट ने उन्हें अपना करियर बदलने के लिए मजबूर कर दिया। उसने BCCI अंपायरिंग परीक्षा दी और 2019 में अंपायर के रूप में नामांकित हुई।